बिहार में मौत बेच रही शराब फैक्ट्री का पर्दाफाश 500 रुपए में 7 लीटर शराब!

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शराब फैक्ट्री का पर्दाफाश

शराब की फैक्ट्री का पर्दाफाश, नमस्कार मित्रों आप सभी लोगों का स्वागत है हमारे इस आर्टिकल में आज हम अपने इस पेज के माध्यम से आप सभी लोगों को बिहार के शराब से संबंधित सभी खबरों की जानकारी प्रदान करने वाले हैं जैसे कि आप सभी लोगों को यह तो पता ही होगा कि बिहार में 2015 में नीतीश सरकार ने शराबबंदी को पूर्णता पाबंद कर दिया था जिसके साथ कोई भी नागरिक अगर शराब पीते, या शराब बेचते पकड़ा जाता है तो उसे दंड दिया जाता है लेकिन इसी बीच कुछ ऐसी सनसनी खबर निकल कर आ रही है जिसको लेकर अभी काफी यह चर्चा में बना ह

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बिहार सरकार 2015 से राज्य में प्रभावी शराबबंदी कानून में बदलाव करेगी मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में शराबबंदी कानून मैं संशोधन के लिए मद्य निषेध व उत्पाद अधिनियम 2022 के प्रारूप को मंजूरी दी गई संशोधित कानून प्रारूप को विधानमंडल के दोनों सदनों से मंजूरी दिलाने के लिए इसे बजट सत्र के दौरान पेश किया जाएगा साथ ही मंत्रिमंडल ने गेहूं धान के बाद अब राज्य के किसानों से चना और मसूर की खरीद करने का प्रस्ताव भी मंजूर कर दिया है.

शराब बेचने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश 2022!

सख्त नियमों को शामिल किया गया है। संशोधन प्रारूप में स्पष्ट किया गया है कि बंदी के बावजूद शराब की बिक्री संगठित अपराध की श्रेणी में आएगी। इस प्रकार के धंधेबाज और तस्करों की की संपत्ति जब्त करने की अनुशंसा भी प्रस्ताव में की गई है। इसी तरह ऐसा कोई भी पदार्थ जिसे शराब में बदला जा सके उसे मादक द्रव्य की श्रेणी में लाया जाएगा।

सराब फैक्ट्री का पर्दाफाश bihar death by alcohol

कानून में संशोधन प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद शराब पीते पकड़े जाने वाले अभियुक्तों का ट्रायल एक्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट या इससे ऊपर की रैंक के अधिकारी करेंगे। पहली बार शराब पीते पकड़े जाने पर जुर्माना लेकर छोड़ दिए जाने का प्रविधान संशोधन कानून में किया जा रहा है। शराब तस्करों और बड़े धंधेबाजों पर पहले की तरह कोर्ट में ही मामला चलेगा। सूत्रों ने बताया शराबबंदी कानून में दोबारा संशोधन किया जा रहा है

नए कानून से संबंधित बदलाव!

जिस प्रकार बिहार में लगातार शराब के कारोबारी को पकड़ा जा रहा है और सभी शराब की फैक्ट्री का पर्दाफाश किया जा रहा है ऐसे में नए कानून के अनुसार किस प्रकार बदलाव किया जा रहा है आइए हम इसे अपने इस पोस्ट के माध्यम से आप को विस्तार पूर्वक समझाते हैं.

  • पहली बार शराब पीते पकड़े जाने पर देना होगा तय जुर्माना
  • जुर्माना न भरने पर पीने के आरोपित को एक महीने की जेल
  • बार-बार शराब पीने वालों पर जुर्माना भी और जेल भी होगी
  • शराब बनाने व बेचने वाले अपराधियों की चल-अचल संपत्ति जब्त होगी
  • जब्त शराब, स्प्रिट कलेक्टर के आदेश पर तुरंत नष्ट कर दी जाएगी
  • शराब के धंधे में लगी जब्त गाडिय़ां या जानवर की जुर्माने के बाद मुक्ति‍

पटना. हाईकोर्ट के फैसले के बाद राज्य में शराबबंदी को लेकर जारी असमंजस को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पूरी तरह खत्म कर दिया। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि शराबबंदी का नया कानून रविवार को लागू हो जाएगा। महात्मा गांधी के विचारों को जमीन पर उतारने के लिए इससे उपयुक्त दिन दूसरा कोई नहीं हो सकता है। दोपहर 1 बजे कैबिनेट की बैठक के बाद अधिसूचना जारी हो जाएगी। इसके साथ ही नया शराबबंदी कानून प्रभावी हो जाएगा।

जानिए क्या है विशेषज्ञों की राय

  • मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी निर्दोष को सजा ना मिले, उसके लिए भी सबकुछ करेंगे। शराब मामले में लोगों को गलत ढंग से फंसाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
  • मुख्यमंत्री महाराजा अग्रसेन जयंती महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। 0उन्होंने राज्य की महिलाओं से शराबबंदी के पक्ष में और अधिक मुखर होने की अपील की।
  • कहा-शराबबंदी का व्यापक प्रभाव हुआ है। इसका असर देखना है तो गांवों में जाइए। यह बात अलग है कि कुछ लोगों को बिहार से शुरू हुई यह सामाजिक क्रांति नहीं दिख रही है.

नया कानून महात्मा गांधी को समर्पित

सीएम नीतीश कुमार ने बताया कि महात्मा गांधी ने शराब के कारोबार के खिलाफ कितना कुछ कहा। मुझे भी हमेशा ही यह अनैतिक धन लगा। गलत पैसे से किसी का भला नहीं हो सकता है

शराब का कारोबार अनैतिक

सीएम सरकार को शराबबंदी से पांच हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो गया है, ऐसा दुष्प्रचार किया जा रहा है। शराब का कारोबार अनैतिक है। हरेक धर्म और महापुरुषों ने इसे अनैतिक बताया है। सबसे बड़ी बात है कि सरकार को पांच हजार करोड़ रुपए मिल रहे हों लेकिन आम आदमी के तो दस हजार करोड़ रुपए बर्बाद हो रहे थे। शराबबंदी के बाद वह रुपया दूसरे सकारात्मक कार्यों में खर्च हो रहा है। इससे राज्य में व्यवसाय बढ़ेगा। सरकार को अधिक रकम टैक्स के रूप में हासिल होगी.

विशेषज्ञों की राय, नया कानून लाने पर कोई रोक नहीं

कानूनी विशेषज्ञों ने सरकार को राय दी है कि हाईकोर्ट का पुराने अधिनियम पर फैसला आया है। नया कानून इस फैसला के परिधि में नहीं आता। इसे लागू करने में वैधानिक अड़चन नहीं है। इसी राय के आलोक में नया उत्पाद अधिनियम के लिए रविवार को अधिसूचना जारी कर उसे राजकीय गजट में प्रकाशित कर दिया जायेगा।

बिहार उत्पाद (संशोधन) विधेयक-2016

  • बिहार एवं उड़ीसा अधिनियम 1915 को ही संशोधित किया गया था।
  • इसमें प्रताड़ित करने वाले पुलिस व उत्पाद अफसरों के लिए 3 माह सजा का प्रावधान था।
    शराब से जुड़े अपराध जमानती थे।
  • घर में शराब मिलने पर सभी सदस्यों पर कार्रवाई का प्रावधान नहीं है।
  • उत्पाद विभाग के एएसआई को पुलिसिंग का अिधकार नहीं।
  • बिहार उत्पाद (संशोधन)बिल में स्पेशल कोर्ट का प्रावधान नहीं है।
  • बिहार मद्यनिषेध व उत्पाद विधेयक-2016
  • यह बिल्कुल नया शराबबंदी कानून है। राज्यपाल की भी मिल चुकी है मंजूरी।
  • इसमें ऐसे मामलों में सजा को बढ़ाकर 3 साल कर दिया गया है।
  • सभी अपराध को गैरजमानती किया गया।
  • किसी घर में शराब मिली तो घर के 18 से अधिक उम्र के सभी सदस्यों को सजा।
  • एएसआई को पुलिसिंग का अधिकार दिया गया है।
  • विशेष न्यायालय के गठन का प्रावधान किया गया है।

विशेषज्ञों की राय नया कानून लाने पर कोई रोक नहीं

कानूनी विशेषज्ञों ने सरकार को राय दी है कि हाईकोर्ट का पुराने अधिनियम पर फैसला आया है। नया कानून इस फैसला के परिधि में नहीं आता। इसे लागू करने में वैधानिक अड़चन नहीं है। इसी राय के आलोक में नया उत्पाद अधिनियम के लिए रविवार को अधिसूचना जारी कर उसे राजकीय गजट में प्रकाशित कर दिया जायेगा।

सरकार की नीति नए कानून को रद्द किया तो करेगी अपील

बड़ा सवाल है कि हाईकोर्ट ने पुराने अधिनियम के जिस प्रावधान को असंवैधानिक माना है ,उसे नये अधिनियम में भी होने पर उसकी वैधानिकता को चुनौती नहीं दी जाएगी? सरकार इस परिस्थिति का इंतजार करेगी और पुराने अधिनियम की तरह नये अधिनियम के विरुद्ध कोर्ट का फैसला आने पर उसे चुनौती देगी.

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बिहार में पूरी तरह बंद हो चुका है शराब?

बिहार मध्य निषेध और उत्पाद अधिनियम 2016 के तहत पूरे बिहार में शराबबंदी है बिहार में शराब की बिक्री शराब का उत्पादन और शराब का सेवन तीनों ही अपराध की श्रेणी में आता है शराबबंदी के बावजूद हमारी तहकीकात मैं कई शराब के धंधे के बड़े-बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ, कच्ची शराब का धंधा करने वाले कई चेहरे सामने आए जिसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी हम आपको अपने इस पोस्ट के माध्यम से देने जा रहे हैं.

प्रशासन के नाक के नीचे मिलती है शराब?

बिहार के छपरा में जिला पुलिस अधीक्षक के दफ्तर से करीब 5 किलोमीटर दूर बिक रहा था शराब पुलिस प्रशासन के नाक के नीचे कच्ची शराब की कई फैक्ट्री का हुआ खुलासा सूत्रों के मुताबिक या पता चल रहा है कि प्रशासन ने अब तक किसी भी तरह की कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की थी हम लोगों ने वहां पहुंच कर फैक्ट्री का खुलेआम किया प्रदर्शन फैक्ट्री का नजारा देखकर दंग रह जाएंगे आप क्योंकि यहां खुलेआम तैयार किया जा रहा है कच्ची शराब.

किस प्रकार है शराब की कीमत?

इसे कच्ची शराब के दाम पर भी आपको नजर डाली चाहिए जिसे जानने के बाद आप भी हो जाएंगे हैरान क्योंकि इतने कम दामों में आपने अभी तक कहीं भी शराब के बारे में चर्चा तक नहीं सुना होगा यह जानलेवा शराब मात्र ₹500 में 7 लीटर तक यहां बेची जाती थी मतलब यह कि करीब ₹71 लीटर कच्ची शराब यहां से सप्लाई की जाती थी दवा यह है कि एक छोटी सी फैक्ट्री में रोजाना 500 लीटर तक नकली शराब आसानी से तैयार की जाती थी और इसे तैयार करना कुछ घंटों का काम है.

Bihar wine breaking news

पूर्व मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री को शराबबंदी खत्म कर देना चाहिए। शराबबंदी की वजह से राजस्व का भी काफी नुकसान हो रहा है लेकिन नीतीश कुमार अपनी जिद पर अड़े हुए हैं। शराबबंदी की वजह से बिहार के पर्यटन पर भी असर हो रहा है।जो लोग वाराणसी झारखंड से बिहार आ रहे हैं वह नाइट हाल्ट नहीं करते हैं। वह वापस अपने राज्य लौट जाते हैं।

आरसीपी सिंह के अलावा बिहार की सरकार में शामिल कांग्रेस और हम ने भी शराबबंदी को लेकर सवाल खड़े किए हैं। हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने शराबबंदी को लेकर कई बार मांग उठाई है मांझी के साथ-साथ जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी बिहार में शराबबंदी को विफल बताया है। शराबबंदी को लेकर सरकार का दावा है कि शराबबंदी की वजह से बिहार में अपराध में कमी आई है।

शराब की वजह से आए दिन मारपीट होते रहते थे उसमें काफी कमी आई है। बिहार की महिलाएं अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रही हैं। शराबबंदी की वजह से महिलाओं पर घरेलू अत्याचार में भी कमी आई है। जिस समय शराब चालू था उन दिनों बहुत से घरों में शराब की वजह से कलह बढ़ गया था। आए दिन घरों में मारपीट की घटनाएं हो रही थी। जिस पर अंकुश लगा है सरकार का दावा है कि शराबबंदी पूरी तरह से सफल है।वहीं विपक्ष का कहना है कि यदि बिहार में पूर्ण रूप से शराब बंदी है तो कैसे शराब बिक रही है और आए दिन बड़ी मात्रा में शराब की जब्ती हो रही है।

नोटिस!

अगर आप लोग बिहार बोर्ड से जुड़ी सभी खबरों की जानकारी सबसे पहले प्राप्त करना चाहते हैं जैसे कि सरकारी रिजल्ट, स्कॉलरशिप, रजिस्ट्रेशन कार्ड एडमिट कार्ड, डमी कार्ड तथा केंद्र सरकार की ओर से चलाई जाने वाली सभी योजनाओं का जानकारी सबसे पहले प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे इस आर्टिकल को फॉलो अवश्य करें.

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सारांश!

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Posted By-Govinda Rauniyar

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✅ बिहार में शराब बंदी कब हुआ था?

Ans. बिहार राज्य में साल 2016 में शराबबंदी लागू की गई थी. बीबीसी के पास मौजूद 21.11.2022 तक के आंकड़ों के मुताबिक़, बिहार में अब तक शराबबंदी क़ानून तोड़ने के मामले में कुल पांच लाख से ज़्यादा 5,05,951 केस दर्ज हो चुके हैं.

✅ क्या बिहार में शराबबंदी कानून रद्द कर दिया गया है?

Ans हाईकोर्ट के फैसले के बाद राज्य में शराबबंदी को लेकर जारी असमंजस को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पूरी तरह खत्म कर दिया। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि शराबबंदी का नया कानून रविवार को लागू हो जाएगा।

✅ दारू पकड़े जाने पर कौन सी धारा लगती है?

Ans उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश आबकारी (संशोधन) अधिनियम, 2017 जो दिनांक 06 जनवरी 2018 को अधिसूचित हो चुका है, के अनुसार नई धारा-60 (क) के माध्यम से प्रावधान किया गया है कि किसी मादक पदार्थ को किसी अन्य पदार्थ या विजातीय द्रव्य से उसे अपायकर बनाते हुए उसका विक्रय करने अथवा उपलब्ध या प्रदान करने/करवाने वाले व्यक्तियों को, .

✅ बिहार में दारू का फैसला क्या हुआ?

AnsBihar Liquor Ban Amendment Bill 2022: बिहार सरकार 2015 से राज्य में प्रभावी शराबबंदी कानून में बदलाव करेगी। मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में शराबबंदी कानून में संशोधन के लिए मद्य निषेध व उत्पाद (संशोधन) अधिनियम-2022 के प्रारूप को मंजूरी दी गई।

✅ क्या बिहार में फिर से शराब चालू होने वाला है?

Ans बिहार सरकार की कैबिनेट में बिहार मद्य निषेद्य और उत्पाद (संशोधन) विधेयक 2022 (Liquor Prohibition Amendment Act 2022) ) को मंजूरी मिल गई है. नए कानून के अनुसार अब बिहार में शराब पीकर कोई पकड़ा जाएगा तो उसे दो से पांच हजार रूपये जुर्माना देना पड़ेगा. जुर्माना ना देने पर एक महीने की जेल हो सकती है.

✅ भारत में कार में कितनी शराब की बोतलें ले जाने की अनुमति है?

Ans उन्होंने कहा कि नियम के अनुसार, एक व्यक्ति के लिए भारतीय शराब और विदेशी शराब (व्हिस्की रम, जिन, वोदका और ब्रांडी) रखने की अधिकतम सीमा नौ लीटर है और बीयर, मदिरा, साइडर और एल्कोपॉप रखने की सीमा अठारह लीटर है.

✅ घर में कितनी शराब की बोतलों की अनुमति है?

Ans आप देशी शराब की छह बोतल और भारत में बनी विदेशी शराब की 18 बोतल तक घर में रख सकते हैं. हालांकि इसमें रम और वोडका के आधार पर बांटा गया है. इससे ज्यादा रखने के लिए आपको अनुमति लेनी होगी. इसके लिए हर साल दो सौ रूपए और आजीवन के लिए दो हजार रूपए देना होगा.

✅ शराब का जुर्माना कितना होता है?

Ans Liquor Drinking Rules आबकारी एक्ट 2009 के सेक्शन 40 में सार्वजिनक जगहों पर शराब पीने के मामले में कड़ी सजा का प्रविधान है। इसके तहत ही 5 हजार रुपये का जुर्माना देना पड़ सकता है। कुछ मामलों में जेल तक जा सकते हैं

✅ अवैध शराब में कौन सी धारा लगती है?

Ans साथ ही साथ जनता में स्थानीय पुलिस से विश्वास भी उठ जाता है। अवैध शराब की तस्करी में पकड़े गये व्यक्तियों के विरूद्ध आबकारी अधिनियम, 1910 की धारा 60 के अन्तर्गत कार्यवाही कराई जाए एवं वाहनों को आबकारी अधिनियम, 1910 की धारा 72 के अन्तर्गत सीज कराने की कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाए ।

✅ नशे में व्यक्ति को शराब बेचने पर क्या जुर्माना है?

Ans नशे में धुत व्यक्ति को शराब की सप्लाई करना बहुत महंगा पड़ सकता है। लाइसेंसधारी या कर्मचारियों पर 11,000 डॉलर तक का जुर्माना लगाया जा सकता है या पेनल्टी नोटिस के माध्यम से मौके पर ही जुर्माना लगाया जा सकता है। किसी नशे में धुत व्यक्ति को शराब की आपूर्ति करना अन्य संरक्षकों के लिए भी अपराध है, जिसके लिए अधिकतम $1,100 का जुर्माना लगाया जा सकता है। bihar death by alcohol

Amar Kumar is a graduate of Journalism, Psychology, and English. Passionate about communication - with words spoken and unspoken, written and unwritten - he looks forward to learning and growing at every opportunity. Pursuing a Post-graduate Diploma in Translation Studies, he aims to do his part in saving the 'lost…

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