राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी ने राजस्थान में मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना की शुरुआत की है, जो किसानों को लाभ पहुंचाने का उद्देश्य रखती है। इस योजना के अंतर्गत, राज्य सरकार द्वारा किसानों को मुफ्त बीज प्रदान किए जाएंगे। साथ ही, राजस्थान सरकार द्वारा कमजोर वर्ग के किसानों को मिनीकिट के माध्यम से सहायता दी जाती है। खेती के लिए बीज की आवश्यकता किसानों के लिए सबसे अधिक होती है और कई किसान ऐसे होते हैं जो बीज खरीदने में असमर्थ होते हैं। इस तरह के कमजोर वर्ग के किसानों की मदद के लिए, आरएसएससी द्वारा मुफ्त बीज प्रदान किए जाते हैं ताकि किसान कम लागत में उत्पादन कर सके। यदि आप भी राजस्थान के किसान हैं और निशुल्क बीज का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपको इस लेख को विस्तार से पढ़ना होगा ताकि आपको अंत तक सभी जानकारी मिल सके।
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Mukhyamantri Beej Swavalamban Yojana 2023
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी द्वारा राजस्थान में मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के माध्यम से कृषि विभाग के द्वारा राज्य के किसानों को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखा जाता है। कृषि विभाग द्वारा 30 से 50 किसानों के समूहों का गठन किया जाता है ताकि वे साझा मेहनत करके खेती कर सकें। इन किसानों को आरएसएससी द्वारा मुफ्त बीज प्रदान किए जाते हैं। समूह के सभी किसानों को बुवाई के बाद सरकार द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है, जो कि त्रिमासिक चरणों में होता है। इसके बाद, समूह द्वारा बीज उत्पादन करके उसे विक्रय किया जा सकता है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना के तहत लघु और सीमांत किसानों को बीज के लिए अनुदान प्रदान किया जाता है। इससे राजस्थान के किसान बिना किसी परेशानी के अपनी खेती करके खुशहाल और स्वावलंबी बन सकते हैं।
राजस्थान मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना के बारे में जानकारी
योजना का नाम | Mukhyamantri Beej Swavalamban Yojana 2023 |
शुरू की गई | मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के द्वारा |
विभाग | कृषि विभाग राजस्थान |
लाभार्थी | राज्य के किसान |
उद्देश्य | किसानों को बीज उपलब्ध कराने के लिए 50% तक अनुदान उपलब्ध कराना |
अनुदान | 50% अनुदान पर बीज उपलब्ध |
राज्य | राजस्थान |
साल | 2023 |
आवेदन प्रक्रिया | ऑफलाइन |
Mukhymantri Beej Swavalamban Yojana Rajasthan का उद्देश्य
मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना के शुरू करने का मुख्य उद्देश्य है कि कृषि विभाग द्वारा राज्य के लघु और सीमांत सामान्य किसानों को 50% तक अनुदान के माध्यम से बीज उपलब्ध कराया जाए। इसके अतिरिक्त, गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले किसानों को मुफ्त मिनी किट प्रदान की जाएगी। इससे राज्य के किसान अपने खेतों में बीज का उत्पादन करके खुशहाली और आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा सकेंगे। उन्हें खेत में बीज का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस योजना के लाभ से किसान अपने खेतों में कम लागत में उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादन कर सकेंगे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी।
किसानों को 50% तक का मिलता है अनुदान
मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना के तहत कृषि विभाग द्वारा राज्य के लघु और सीमांत किसानों को बीज उपलब्ध कराने के लिए अनुदान प्रदान किया जाता है। इस योजना के अनुसार, राज्य सरकार द्वारा लघु और सीमांत किसानों को 50% तक अनुदान पर बीज उपलब्ध कराए जाते हैं। सामान्य किसानों को भी 25% अनुदान पर बीज सुनिश्चित किए जाते हैं। इसके साथ ही, खाद, दवा और कृषि यंत्रों का भी अलग-अलग राज्य सरकारों द्वारा अनुदान प्रदान किया जाता है। यह अनुदान राज्य के आवश्यकतानुसार प्रदान किया जाता है। Mukhyamantri Beej Swavalamban Yojana के माध्यम से अब तक 2 लाख से अधिक किसानों को लाभ प्रदान किया गया है। राजस्थान सरकार द्वारा इस योजना के तहत 46,326 क्विंटल बीज का निःशुल्क वितरण किया गया है।
कैसे मिलेंगे निशुल्क बीज
Mukhyamantri Beej Swavalamban Yojana के तहत राज्य के किसानों को राष्ट्रीय तिलहन एवं ऑयल परमिशन तथा राष्ट्रीय खाद सुरक्षा मिशन के अनुसार सरकार द्वारा बीजों की निशुल्क मिनिकिट वितरण किया जाता है। इस योजना के तहत, सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली बीजों की मिनी किट के लिए फसल के बीजों का चयन राजस्थान के अलग-अलग इलाकों की मिट्टी और जलवायु के आधार पर किया जाता है। इससे राज्य के किसानों को कृषि विभाग द्वारा उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराए जा सकते हैं और उन्हें अपने उपयोग के लिए बीज उत्पादन करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है। एक किसान परिवार के केवल एक महिला सदस्य को ही मिनी किट दी जाती है, चाहे भूमि महिला के पति, पिता या ससुर के नाम से क्यों ना हो। मिनी किट का लाभ महिला सदस्य के नाम से ही प्रदान किया जाता है।
मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना राजस्थान के लाभ एवं विशेषताएं
- मुख्यमंत्री बीज स्वालंबन योजना का लाभ SC, ST छोटे और सीमांत किसानों को प्रदान किया जाता है।
- गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले राज्य के गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के किसानों को इस योजना में प्राथमिकता दी जाती है।
- इस योजना के तहत राष्ट्रीय तिलहन एवं ऑयल परमिशन तथा राष्ट्रीय खाद सुरक्षा मिशन के अनुसार किसानों को निशुल्क मिनी किट का लाभ दिया जाता है।
- मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना के अंतर्गत छोटे किसानों को 50% तक का अनुदान बीज पर उपलब्ध कराया जाता है।
- जबकि सामान्य किसानों को 25% अनुदान दिया जाता है।
- कृषि विभाग राजस्थान द्वारा किसानों को RSSC से निशुल्क बीज उपलब्ध करवाए जाते हैं।
- अब तक इस योजना के तहत राजस्थान सरकार द्वारा 46,326 क्विंटल बीज का निशुल्क वितरण किया जा चुका है।
- इस योजना के तहत किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जाता है। जिसके बाद किसान बीज उत्पादन करते बीजों का विक्रय कर सके।
- Mukhyamantri Beej Swava lamban Yojana Rajasthan 2023 के माध्यम से राज्य में 2 लाख से अधिक किसानों को लाभ दिया गया है।
- किसान इस योजना के माध्यम से अपने खेत में बीज का उत्पादन कर आत्मनिर्भर हो रहे हैं।
- यह योजना अपने उपयोग के लिए बीज उत्पादन करने हेतु किसानों को प्रेरित करने में मदद करेगी
Mukhyamantri Beej Swavalamban Yojana Rajasthan के लिए पात्रता
- मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना राजस्थान के लिए आवेदक को राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए।
- इस योजना का लाभ राज्य के अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति लघु एवं सीमांत किसानों को प्राप्त होगा।
- निशुल्क मिनी किट प्राप्त करने के लिए आवेदक ने 3 वर्ष में मिनी किट कार्यक्रम मे लाभ प्राप्त नहीं किया हो।
- मिनी किट प्राप्त करने के लिए केवल महिला कृषक ही पात्र होगी।
मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना राजस्थान के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड mukhyamantri beej swavalamban registration mukhyamantri beej swavalamban registration
- पहचान पत्र mukhyamantri vridhjan pension status mukhyamantri vridhjan pension status
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र mukhyamantri vridhjan pension form mukhyamantri vridhjan pension form mukhyamantri vridhjan pension form
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो mukhyamantri vridhjan pension documents mukhyamantri vridhjan pension documentsmukhyamantri vridhjan pension documents
Mukhyamantri Beej Swavalamban Yojana Rajasthan के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अपने जिले के कृषि विभाग के कार्यालय या कृषि विज्ञान केंद्र जाना होगा।
- वहां जाकर आपको इस योजना के तहत आवेदन करने हेतु आवेदन फॉर्म प्राप्त करना होगा।
- आवेदन फॉर्म प्राप्त करने के बाद आपको फॉर्म में पूछी गई सभी आवश्यक जानकारी को ध्यान पूर्वक दर्ज करना होगा।
- सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको मांगे गए आवश्यक दस्तावेजों को आवेदन फॉर्म के साथ संलग्न करना होगा।
- इसके बाद आपको यह आवेदन फॉर्म वापस वही जमा कर देना होगा जहां से आप ने प्राप्त किया था।
- इस प्रकार मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
- आवेदन फॉर्म के सत्यापित होने पर आपको इस योजना का लाभ प्रदान कर दिया जाएगा।
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FAQ’S मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना
राज्य में किसानों द्वारा स्वयं के उपयोग हेतु उनके खेतों पर गुणवत्तायुक्त उन्नत बीज उत्पादन किये जाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री बीज स्वावलम्बन योजना वर्ष 2017-18 में प्रारम्भ की गई। राज्य निधि की इस योजना की शुरूआत पायलेट प्रोजेक्ट के रुप में राज्य के कोटा, भीलवाड़ा एवं उदयपुर कृषि खंडों में की गई।
स्वावलंबन योजना 2010 में भारत सरकार द्वारा शुरू की गई थी और इसे 2016 में अटल पेंशन योजना द्वारा प्रतिस्थापित किया गया था।
स्वावलंबन योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब महिलाओं, विधवाओं, पृथक महिलाओं और ग्रामीण महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार लाना है। महिलाओं को आरएसएलडीसी और अन्य प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से पारंपरिक और गैर-पारंपरिक ट्रेडों में कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है।